कामाख्ये वरदे देवी , नील पर्वत बसिनी .त्वम् देवी जगतमाता ,योनी मुद्रे नमस्तुते .
इस मंत्र का हिंदी अनुवाद क्या है और इस मंत्र में हनुमान का नाम तो नहीं है फिर हनुमान मंत्र कैसे हुआ।
इस मंत्र का हिंदी अनुवाद क्या है और इस मंत्र में हनुमान का नाम तो नहीं है फिर हनुमान मंत्र कैसे हुआ।
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